The smart Trick of Shiv chaisa That Nobody is Discussing
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वस्त्र खाल बाघम्बर सोहे। छवि को देखि नाग मन मोहे॥
दानिन महं तुम सम कोउ नाहीं। सेवक स्तुति करत सदाहीं॥
भाल चन्द्रमा सोहत नीके। कानन कुण्डल नागफनी के॥
अस्तुति केहि विधि करौं तुम्हारी। क्षमहु नाथ अब चूक हमारी॥
त्राहि त्राहि मैं नाथ पुकारो। यहि अवसर मोहि आन उबारो॥
कंबु – कुंदेंदु – कर्पूर – गौरं शिवं, सुंदरं, सच्चिदानंदकंदं ।
लवनिमेष महँ मारि गिरायउ ॥ आप जलंधर असुर संहारा ।
शिव पूजा में सफेद चंदन, चावल, कलावा, धूप-दीप, shiv chalisa in hindi पुष्प, फूल माला और शुद्ध मिश्री को प्रसाद के लिए रखें।
ब्रह्मा विष्णु सदा शिव Shiv chaisa अर्द्धांगी धारा ॥ ॐ जय शिव…॥
देवन जबहीं जाय पुकारा। तब ही दुख प्रभु आप निवारा॥
पूजन रामचंद्र जब कीन्हा। जीत के लंक विभीषण दीन्हा॥
ब्रह्म – कुल – वल्लभं, सुलभ मति दुर्लभं, विकट – वेषं, विभुं, वेदपारं ।
. शिव चालीसा लिरिक्स के सरल शब्दों से भगवान शिव को आसानी से प्रसन्न होते हैं
नमो नमो जय नमः शिवाय। सुर ब्रह्मादिक पार न पाय॥